जगदीशपुर अमेठी –
अमेठी के जगदीशपुर क्षेत्र के थौरी में साल में दो बार दीपावली के बाद पड़ने वाली देवोत्थानी ,एकादशी और 25 दिसम्बर को लगती हैं जहां मंगलवार को थोरी में सड़क के किनारे देवोत्थानी एकादशी पर तीतरों का दंगल लगा था जिले के अगल बगल गांव सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों जालौन,अलीगढ़, लखनऊ ,कानपुर, उन्नाव, सुल्तानपुर , रायबरेली
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पंजाब, खलीलाबाद के पक्षी प्रेमी अपने अपने तीतर लेकर आए थे
दूर दराज के जिलों से आए लोगों ने तीतरों की लड़ाई में अपनी अपनी बोली लोग लगा ही रहे थे कि तब तक गांव के कुछ लोगों की शिकायत और पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पहुंचे थानाध्यक्ष तनुज पाल ने कुश्ती को बन्द करा दिया,
थौरी मेले में मंगलवार को तीतरों की कुश्ती चल रही थी जिसमें तीतर पालको ने मनोरंजन के लिए अपने तीतरों को लड़ाने में जुटे थे। इस बीच तीतर व पिंजरो की जमकर बिक्री भी हुई। इस बार मेले में बुलबुल चिड़िया नहीं दिखाई पड़ी। जिससे उसकी खरीदारी की उम्मीद लेकर आए लोग निराश हुए। परंपरागत तीतरों के दंगल में खरीद-फरोख्त चल रही थी प्रातः से ही मेले में जिधर भी देखो तीतर पालक पिंजरे लिए घूम रहे थे।
मैदान से भागा तीतर ,तो उसे हारा हुआ माना लिया जाता है।
दोपहर में दंगल शुरू हुआ जिसमें तीतर पालक आपस में बाजी लगाकर अपने तीतरों को लड़ाया। तीतर जब लड़ता तो पिंजरे में बंद उसकी मादा तीतर चहक कर व तीतर पालक आवाज देकर हौंसला बढ़ा रहे थे। जो तीतर मैदान से भागने लगता उसको हारा माना जाता। दंगल में एक दर्जन से अधिक तीतरों की कुश्तिया हुई लेकिन पुलिस के बन्द कराने से लोग मायूस दिखे कई लोगों का रोजगार छीने जाने से लोगों में आक्रोश भी है, बताते है कि स्थानीय ग्रामीण और दुकानदारों ने दंगल लगाए जाने अनुरोध भी किया था लेकिन पुलिस ने उच्चाधिकारियों का हवाला देकर एक न सुनी।